दुर्ग-भिलाई। दुर्ग जिले में अपराध पर लगाम लगाने तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में दुर्ग पुलिस ने 10 नवंबर को पूरे जिले में वारंटियों क...
दुर्ग-भिलाई। दुर्ग जिले में अपराध पर लगाम लगाने तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में दुर्ग पुलिस ने 10 नवंबर को पूरे जिले में वारंटियों के खिलाफ अभियान चलाया।
पुलिस ने जिले के शहरी और ग्रामीण इलाकों में एक साथ दबिश दी। पुलिस ने कुल 91 वारंट तामील किए, जिनमें 48 स्थायी और 38 गिरफ्तारी वारंट शामिल हैं।
पुलिस ने 38 वारंटियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा है। वहीं सभी के फिंगरप्रिंट लेकर डाटा बेस तैयार किया गया है। अभियान के दौरान पुलिस टीमों ने भिलाई, दुर्ग, छावनी और ग्रामीण क्षेत्रों में एक साथ दबिश दी।
भिलाई नगर बीट में 28 वारंट तामील किए गए जिनमें 27 स्थायी और 1 गिरफ्तारी वारंट शामिल रहा। दुर्ग बीट से 21 वारंट, जिनमें 8 स्थायी, 13 गिरफ्तारी हुई। छावनी बीट से 30 वारंट, जिनमें 9 स्थायी, 17 गिरफ्तारी हुई और ग्रामीण क्षेत्र से 12 वारंट तामील किए गए। इनमें 4 स्थायी और 7 गिरफ्तार किए गए।
पुलिस ने बताया कि अभियान में कुल 67 पुरुष और 3 महिला वारंटियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। वहीं 4 वारंट रद्द (कैंसिल) पाए गए और 11 वारंटियों की मृत्यु की पुष्टि हुई।
अभियान के दौरान पकड़े गए सभी आरोपियों को भविष्य में किसी भी आपराधिक गतिविधि में शामिल न होने की कड़ी चेतावनी दी गई।
दुर्ग जिले में अपराधों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय है। जिले के सभी थाना प्रभारियों को बीट स्तर पर टीम बनाकर संभावित ठिकानों पर दबिश देने के निर्देश दिए गए हैं।
कार्रवाई में थानों के साथ-साथ की टीम भी कर रही है। पुलिस ने बताया कि यह अभियान सिर्फ वारंट तामील तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि आदतन अपराधियों की निगरानी और रिकॉर्ड अपडेट करने का भी सिलसिला जारी रहेगा।

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