Page Nav

HIDE

Gradient Skin

Gradient_Skin

Pages

बड़ी ख़बर

latest

शव ले जा रहे थे, मौत ने उन्हें भी दबोच लिया – अमेठी हादसे में पाँच की मौत

  अमेठी। उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर माइल स्टोन संख्या 59.70 के पास एक तेज...

 


अमेठी। उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर माइल स्टोन संख्या 59.70 के पास एक तेज रफ्तार एम्बुलेंस खड़े पिकअप वाहन से टकरा गई, जिससे पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक की हालत गंभीर बनी हुई है।

जानकारी के अनुसार, हरियाणा के गुरुग्राम में रहने वाले अशोक कुमार की हाल ही में एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी। उनका बेटा राजकुमार शर्मा अपने दो रिश्तेदारों के साथ पिता के शव को एम्बुलेंस से लेकर बिहार जा रहा था। इसी दौरान पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर खड़ी एक पिकअप से एम्बुलेंस टकरा गई।

टक्कर इतनी तेज थी कि एम्बुलेंस पूरी तरह चकनाचूर

हादसा इतना भीषण था कि एम्बुलेंस पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। हाईवे पर चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोग और राहगीर तुरंत मौके पर पहुंचे और राहत कार्य में जुट गए। चार लोगों को किसी तरह बाहर निकाला गया, जबकि ड्राइवर और आगे बैठे व्यक्ति वाहन में बुरी तरह फंसे रहे।

दोनों घायलों को 20 मिनट तक निकालने की कोशिश की गई। बाद में पुलिस और यूपीडा की टीम मौके पर पहुंची और वाहन का दरवाजा तोड़कर उन्हें बाहर निकाला, लेकिन तब तक उनकी सांसें थम चुकी थीं।

इलाज के दौरान तीन और ने तोड़ा दम

घटना में घायल चार लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान तीन और लोगों की मौत हो गई। वहीं एक युवक की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है और उसका इलाज जारी है।

मृतकों की सूची में शामिल:

राजकुमार शर्मा – मृतक अशोक कुमार के पुत्र

दो रिश्तेदार – नाम अभी तक सार्वजनिक नहीं

एम्बुलेंस चालक और सहयोगी – वाहन में फंसे पाए गए

शव लेकर निकले थे, खुद बन गए हादसे का शिकार

इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर हाईवे सुरक्षा और खड़े वाहनों की निगरानी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जो लोग एक शव को सम्मानपूर्वक घर पहुंचाने निकले थे, वे खुद असमय काल का ग्रास बन गए।

अमेठी का यह हादसा सावधानी की एक बड़ी चेतावनी है – सड़क किनारे खड़े वाहनों और रफ्तार दोनों पर लगाम लगाना ज़रूरी है। पीड़ित परिवारों की त्रासदी से प्रशासन और परिवहन विभाग को सबक लेने की ज़रूरत है।







No comments